॥ ॐ सः सः सम्मोहनाय ह्रीं ह्रीं ऊं फट स्वाहाः॥ ॥ॐ नमो कामदेवाय विद्महे रति प्रियायै धीमहि तनो अनंग प्रचोदयात ऐं सः सः सः फट॥ यदि किसी स्त्री या पुरुष के शरीर में आपको रस आता है तो इसमें प्राकृतिक आकर्षण ही होता है Thanks pandit kapil sharma for reuniting https://hotbookmarkings.com/story19518699/the-fact-about-mohini-mantra-that-no-one-is-suggesting